Sunday, November 22, 2015

मधेस स्वराज का समय अब आ गया है

बहुत दी क्रांतिकारियों ने आहुती। अब और नहीं। बस। सब्र टुट चुका है। प्रवास में भी खस समुदाय में नस्लवादी सोंच पराकाष्टा पे है। ध्रुवीकरण पुर्ण हो गयी। नेपाल के भितर मधेसी के लिए समानता संभव नहीं है। वो तो बराबर बोली और गोली से वही तो कहते आ रहे हैं। हमें उनकी बात को सुन लेनी चाहिए। नेपाल में रहना है तो दुसरे दर्जे का नागरिक बन के रहो। वो उनके तरफ  बात है। तो हमारे तरफ से भी फाइनल बात है। मधेस अलग देश बनेगी। बहुत जमीन और जनसंख्या है हमारे पास। दुनिया के बड़े देशों में से एक रहेंगे। समृद्ध बनेंगे।

स्वाभाविक है ये बात सी के राउत नेतृत्व मैं आगे बढ़ेगी। मधेस अलग देश के विचार के वो प्रणेता रहे हैं। संगठन भी काफी अच्छी बना ली है। अब गाओं गाओं, गली गली, कस्बे कस्बे में, शहर शहर में, प्रत्येक बाजार में, कोने कोने पर मधेस अलग देश का नारा लगाओ। अपना झंडा फहराओ। गुलामी मुर्दाबाद। मधेस देश ज़िंदाबाद।

जिन नेता और पार्टीयो को आना होगा आएंगे, नहीं आना होगा नहीं आएंगे। कुछ अभी आएंगे, कुछ संविधान सभा के चुनाव के वक्त आएंगे। सब चलता है। मुख्य बात है जनता कहाँ है। संगठन निर्माण करो। मधेस स्वराज पार्टी बनेगी अब।

अलग देश घोषणा करने का गृहकार्य शुरू कर दो। एक टोली दिल्ली जाएगी। भारत के साथ मौद्रिक एकीकरण करेंगे, और लगभग तुरंत आर्थिक एकीकरण भी। यूरोपियन यूनियन में जैसा होता है। भुटान के जैसे सुरक्षा संधि करेंगे भारत से।
मधेस भुगोल है। मधेस का सीमाना उसी मुताबिक होगा। उत्तरी सीमाना क्लेम और सुरक्षा की जिम्मेवारी भारतीय सेना की रहेगी।

राजधानी स्वाभाविक है वीरगंज में रहेगी। सब लोग वहां इकठ्ठा होना शुरू कर दिजिए।

मधेस अलग देश का घोषणा की तयारी शुरू की जाए। बहुत कर ली हमने गुलामी। बहुत प्रयास किया हमने नेपाल के भितर समानता पाने की।








बाबुराम आफै मितेरी पुलमा छन
सप्तरी मा गरिएको युद्ध घोषणा एउटा निर्णायक मोड़ हो
क्रांति को माग पुरा गर, फ़ासिस्ट धम्की दिएर आफ्नो नाङ्गो चरित्र अझ नाङ्गो नपार
मधेस सरकारको अंतरिम संविधान
नेपालभित्र समानता को संभावना देखिएन, मधेस अलग देश बन्छ अब
१०० डिग्री फ्यारेनहाइट
मधेस अलग देश: अब एक मात्र गोल, एक मात्र लक्ष्य
अहिंसात्मक क्रांति नै हुन लागेको हो
मधेसी क्रांति को कार्यतालिका

No comments:

Post a Comment