- घोषणा कौन करेगा? सीके राउत।
- घोषणा कहाँ होगा? वीरगंज में, जो मधेसकी राजधानी बनेगी।
- घोषणा कब होगा? नए साल को करते तो बहुत अच्छा रहता। मधेस स्वराज पार्टी का संगठन विस्तार किजिए, सदस्य संख्या पाँच लाख करिए। बस उतना काफी है।
- मधेस की सीमा क्या होगी? मधेस भुगोल है। मधेस की साबिक ऐतिहासिक सीमा ही मधेस नए देश की सीमा होगी। समथर भुमि वाले २२ जिले तो रहेंगे ही भित्री मधेस के भी बहुत बस्तियाँ हैं जिन्हे समेटना होगा जहाँ थारु रहते हैं।
- सीमा सुरक्षा कौन करेगा? हम भुटान के तरह भारत से एक सुरक्षा संधि करेंगे। मधेस अलग देश की घोषणा होने से पहले ही गृह कार्य हो चुकी होगी। मधेस की उत्तरी सीमा की सुरक्षा की जिम्मेवारी भारतीय सेना की होगी।
- क्या मधेस की भुमि बिहार और उत्तर प्रदेश में मिला दी जाएगी? नहीं। मधेस अलग देश बनने जा रहा है। लेकिन भारत के साथ मौद्रिक एकीकरण करेंगे जन्म के वक्त ही। फ्रांस में और पोलैंड में दोनों देशों में युरो चलती है। उसी तरह।
- उपनिवेशी सेना और प्रहरी का क्या होगा? भारत के साथ सुरक्षा संधि के बाद मधेस की उत्तरी सीमा की सुरक्षा की जिम्मेवारी निभाने भारतीय सेना आएगी। २५-३० किलोमीटर का रास्ता है, दो घंटे का सफर भी नहीं। उपनिवेशी सेना और प्रहरी को कहा जायेगा पहले अपने अपने बैरक में वापस जाओ, और तुम सबको बाइज्जत शांतिपूर्वक, सम्मानजनक ढंग से वापस तुम्हें तुम्हारे देश वापस जाने दिया जाएगा। कोइ हिंसा नहीं, कोइ मारधाड़ नहीं। कोई ड्रामा नहीं।
- मधेस अलग देश में फिर लॉ एंड आर्डर कौन देखेगा? सीके राउत के नेतृत्व में जो अंतरिम सरकार बनेगी उस सरकार की जिम्मेवारी बनेगी कि वो एक नयी मधेस प्रहरी खड़ा करे। मधेस के प्रत्येक प्रमुख शहर में भर्ती केंद्र होगा। प्रहरी सेवा प्रवेश के उच्चतम मान्यताओं के तहत भर्ना किया जायेगा। १०-२० हजार प्रहरी से शुरू करेंगे। दो तीन हप्ते के संक्रमण काल में मधेस स्वराज पार्टी के वार्ड कमिटी के सदस्य लोग अपने अपने इलाके में गश्ती देंगे और शांति बनाये रखेंगे।
- मधेस की अपनी सेना रहेगी? नहीं। उस पैसे से स्कुल अस्पताल बनाएंगे।
- नेपाल देश के साथ क्या सम्बन्ध होगा? राजदुत आदान प्रदान होते ही सम्पुर्ण नाकाबंदी समाप्त। मधेस देश दुनिया भर के मधेसीयों के लिए द्वैध नागरिकता का व्यवस्था करेगी। वैसे मधेसी चाहे नेपाल में हो चाहे भारत में चाहे दुनिया के किसी देश में, अमेरिका इंग्लैंड जापान ऑस्ट्रेलिया अफ्रीका जहाँ कहीं हो। Once a Madhesi always a Madhesi. यानि की अगर कोई मधेसी जैसे काठमाण्डु में है जमीन जायदाद है नागरिकता है तो रखे रहो। लेकिन मधेस की नागरिकता भी वो ले सकते हैं।
- मधेस भारत बॉर्डर का क्या होगा? जितना खुला है उससे भी और खुला करेंगे। हमारा लक्ष्य है २२ वीं शताब्दी तक में दुनिया का प्रत्येक बॉर्डर मधेस भारत के जैसा हो जाए। दुनिया हम से सिखे।
- नागरिकता विहीन मधेसीयों का क्या होगा? एक भी बगैर नागरिकता पत्र के नहीं रहेगा। एक एक को नागरिकता पत्र वितरण करने से पहले देश में कोइ चुनाव ही नहीं होगा। ५० लाख से उपर की संख्या में हैं वो। मधेस की जनसंख्या दो करोड़ होगी वैसा मेरा अनुमान है।
- बिजली कहाँ से आएगी? अभी कहाँ से आती है? घटबढ़ होगी तो नीतिश से बात करेंगे। बरौनी प्लांट से आएगी। लेकिन वो तो शार्ट टर्म बात हुवी। जिस कंपनी के साथ मोदी ने भारत में १०० गीगावाट बिजली सौर्य ऊर्जा से पैदा करने की समझदारी की है उसी कंपनी से हम भी बात करेंगे, एक गीगावाट मधेस में भी पैदा करेंगे। जो खपत नहीं होगी वो बिहार और युपी को बेचेंगे। दिनमें दिवाली रात में दिवाली, सब तरफ जगमग जगमग। (India: Solar Is The Cure)
- मधेस में कितने राज्य रहेंगे? अंतरिम संविधान में सात: कोचिला, मिथिला, भोजपुरा, चितवन, अवध, थरुहट, कैलाली।
- जिला? केंद्र प्रदेश और स्थानीय सरकार रहेंगे। जिले दुसरे फेज में गायब। प्रहरी प्रत्येक प्रदेश की अपनी होगी।
- सरकारी कामकाजकी भाषा क्या होगी? हिंदी। हमारा लक्ष्य है हिंदी को संयुक्त राष्ट्र संघ का छठा भाषा बनाना।
- नागरिकता कितने वैरायटी (variety) के होंगे? लोकतान्त्रिक देशो में नागरिकता सिर्फ एक किस्म की होती है। सब नागरिक बराबर होते हैं।
- शहीद के परिवारों का क्या? उनको दो फेज कर के एक करोड़ दिया जाएगा। पहले साल साबिक घोषणा तहत ५० लाख। उसके बाद १० साल बाद दुसरा ५० लाख।
मधेसी: तीनबाहुनदलवादी, संघीयतावादी र स्वराजी
नेपालमा आर्थिक क्रांति को ५ सुत्र
नंबर एक कुरा शिक्षा हो
Megacity
Lat ko bhoot, Bat le mandaina
ReplyDeletehahaha.. great idea whoever made it... security will be provided by India... and it will let you be a free country... hahahahahah....
ReplyDeleteWithout any Indian army Nepal is under India.. and with indian army what will you become... hahahahhaa
Yes.. all electricity will come from sun... hahaha.. any idea how this will be stored supplied?? how only solar electricity will suffice..
ReplyDeleteMajority of countries including Nepal and india do not allow dual citizenship... if u r citizen of madesh you cannot be of Indian or Nepali... Anyway reading this statement gave me good laugh... sounds similar to our pm K P Oli's statement. High on creativity extremely low on content / practicality.
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